15 घंटे की यात्रा अब सिर्फ 8 घंटे में, यूपी में बनेगा सबसे लंबा एक्सप्रेसवे New Expressways

New Expressways: उत्तर प्रदेश में पहले से ही देश के सबसे अधिक हाई-स्पीड एक्सप्रेसवे मौजूद हैं, और अब लिस्ट में एक और नया एक्सप्रेसवे जुड़ने जा रहा है। सरकार ने पूर्वी यूपी के गोरखपुर से पश्चिमी यूपी के शामली के बीच नया एक्सप्रेसवे बनाने का प्लान तैयार कर लिया हैं। इस एक्सप्रेसवे के बन जाने के बाद गोरखपुर से शामली का सफर महज 6 घंटे में पूरा कर हो जाएगा जिसके लिए अभी 14 घंटे से भी ज्यादा समय लगता हैं।

यूपी का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे

गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे को 6-लेन ग्रीनफील्ड कॉरिडोर के रूप में बनाया जाएगा, जिसकी कुल लंबाई करीब 700 किलोमीटर होगी। यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा जो 22 जिलों और 37 तहसीलों से होकर गुजरेगा। अभी तक पश्चिमी यूपी के लोग आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के जरिए गोरखपुर तक पहुंचते हैं, लेकिन नए एक्सप्रेसवे के बनने से यह सफर 200 किलोमीटर कम हो जायेगा, साथ ही यात्रा का समय करीब 7 घंटे तक घट जाएगा।

हरिद्वार-मसूरी का सफर भी होगा आसान

गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे के बनने से सिर्फ गोरखपुर और शामली ही नहीं, बल्कि आसपास के प्रमुख शहरों तक का सफर भी बहुत आसान हो जाएगा। इस हाइवे के बनने से गोरखपुर से हरिद्वार का 15 घंटे का सफर भी मात्र 8 घंटे में पूरा हो जाएगा। अगर कोई देहरादून या मसूरी जाना चाहता हैं तो उनके सफर का समय भी घटाकर आधा हो जायेगा।

गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे का रूट

गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे उत्तरप्रदेश के पूर्वांचल और पश्चिमी हिस्सों को जोड़ने में मुख्य भूमिका निभाएगा। यह एक्सप्रेसवे यूपी के 22 जिलों से होकर गुजरेगा, जिनमें गोरखपुर, संत कबीर नगर, सिद्धार्थ नगर, बलरामपुर, बहराइच, लखनऊ, सीतापुर, शाहजहांपुर, हरदोई, बदायूं, रामपुर, मुरादाबाद, बरेली, संभल, बिजनौर, अमरोहा, मेरठ, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, आगरा और शामली इत्यादि शामिल हैं।

अब तक का प्रगति पर

फिलहाल, इस प्रस्तावित ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे की योजना पर काम प्रारंभिक चरणों में है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने वर्ष लखनऊ से इस प्रोजेक्ट घोषणा की थी, जो 35,000 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार होगा। सरकार का कहना हैं की इस एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य जल्द ही पूरा किया जाएगा।

यात्रा का समय होगा आधा

इस एक्सप्रेसवे के बनने से गोरखपुर और शामली के बीच की यात्रा का समय 15 घंटे से घटकर सिर्फ 8 घंटे रह जाएगा। यह एक्सप्रेसवे केवल यूपी ही नहीं, बल्कि आसपास के उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब और पश्चिम बंगाल के बड़े शहरों के लिए भी कनेक्टिविटी कॉरिडोर का काम करेगा।

यूपी में लगातार बढ़ रहा सड़क नेटवर्क

  • मायावती सरकार के दौरान यमुना एक्सप्रेसवे और नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य शुरू हुआ।
  • अखिलेश यादव सरकार के कार्यकाल में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे को पूरा किया गया।
  • योगी आदित्यनाथ सरकार ने पिछले कुछ सालों में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे जैसे बड़े प्रोजेक्ट पूरे किए हैं।
  • इसके अलावा, गंगा एक्सप्रेसवे का काम भी चल रहा है, जो लगभग 1,000 किलोमीटर लंबा होगा।

आर्थिक विकास को मिलेगी रफ्तार

उत्तर प्रदेश में इन एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट्स के बनने से राज्य की अर्थव्यवस्था को नई रफ्तार मिलेगी। ये हाईवे ग्रामीण इलाकों को शहरी से जोड़ेंगे, जिससे लॉजिस्टिक्स और ट्रांसपोर्ट सेक्टर का भी विकास होगा। नई सड़के बनाने से नए निवेशक भी आकर्षित होंगे जो राज्य में रोजगार के अवसर उत्पन्न करेंगे।

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