School Holiday: उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर समेत कई राज्यों में भारी बारिश और बढ़ते तापमान के चलते 3 जुलाई 2025 को स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। प्रशासन ने बच्चों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए यह फैसला लिया है। कहीं मूसलाधार बारिश का खतरा तो कहीं भीषण गर्मी के चलते यह कदम उठाया गया है, ताकि छात्रों की सेहत पर कोई विपरीत असर न पड़े।
गोरखपुर में 3 जुलाई को स्कूल बंद रखने के आदेश
गोरखपुर जिले में 1 से 8 तक की कक्षाओं के सभी स्कूल 3 जुलाई से 6 जुलाई तक बंद रहेंगे। जिलाधिकारी कृष्णा करूणेश ने आदेश जारी करते हुए कहा कि मौसम विभाग ने 3 से 6 जुलाई तक भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है। बीते दो दिनों में जिले में 128 मिलीमीटर तक बारिश रिकॉर्ड की गई है, जिससे कई इलाकों में जलभराव हावजय हैं, जिसकी वजह से छात्रों का स्कूल पहुंचना संभव नहीं हैं।
उत्तराखंड में भी 3 जुलाई को स्कूलों में छुट्टी
उत्तराखंड में 3 जुलाई को सभी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है। खासकर उन विद्यालयों में, जो नदियों या बरसाती नालों के ज्यादा नजदीक स्थित हैं। प्रशासन ने आदेश जारी करते हुए कहा हैं कि बच्चों की सुरक्षा के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है। शिक्षा विभाग ने आदेश जारी किया है कि जिन स्कूलों में बच्चे नदी पार करके आते हैं, उन्हें भी बंद रखा जाएगा।
जम्मू-कश्मीर में गर्मी के कारण छुट्टियां घोषित
जम्मू-कश्मीर में इस बार तापमान रिकॉर्ड तोड़ रहा है, जिसकी वजह से स्कूल शिक्षा विभाग ने बड़ा फैसला लेते हुए 3 जुलाई से 7 जुलाई तक सभी सरकारी और मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों में गर्मी की छुट्टियां घोषित की हैं। श्रीनगर समेत कई जिलों में लगातार तापमान बढ़ने से बच्चों का स्वास्थ्य बिगड़ने का खतरा बढ़ रहा था। ऐसे में प्रशासन ने बच्चों को लू और गर्मी से बचाने के लिए स्कूल बंद करने का निर्णय लिया।
6 जुलाई को पूरे देश में सार्वजनिक अवकाश
6 जुलाई 2025 को पूरे देश में सार्वजनिक अवकाश रहेगा, क्योंकि इस दिन इस्लामी नववर्ष की शुरुआत का पर्व मुहर्रम पड़ रहा है। फिलहाल 6 जुलाई ( 6 July School Holiday) को ही छुट्टी का अनुमान है, लेकिन अगर चांद नहीं दिखता तो 7 जुलाई को पब्लिक हॉलिडे रहेगा। इस दिन स्कूल-कॉलेज से लेकर दफ्तर तक बंद रहेंगे, ताकि लोग अपने त्योहार को शांतिपूर्वक मना सकें।
प्रशासन ने छुट्टियों को लेकर अपनाई सख्ती
प्रशासन ने चेतावनी दी है कि अगर कोई भी स्कूल संचालक छुट्टी के इस आदेश की अनदेखी करेगा, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अगर छुट्टी के दिन कोई स्कूल खुला पाया जाता हैं तो उसकी मान्यता रद्द कर दी जाएगी। इसके साथ ही स्कूलों को निर्देश दिए गए हैं कि स्कूल भवनों में किसी भी प्रकार की क्षति या कमजोर संरचना हैं तो उससे तुंरत ठीक करवाएं।
शिक्षा महानिदेशक ने दिए एहतियाती निर्देश
स्कूलों में छुट्टियों के दौरान छात्रों की सुरक्षा को लेकर शिक्षा महानिदेशक ने सभी जिला और खंड शिक्षा अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसमें साफ कहा गया है कि बच्चों को किसी भी जर्जर इमारत, कमजोर कमरे या क्षतिग्रस्त दीवारों के पास न बैठाया जाए। यदि स्कूल के आसपास कोई नाला या पानी का बहाव है, तो छात्रों के आवागमन में सुरक्षा का ध्यान रखा जाए।
बच्चों की सुरक्षा प्राथमिकता
प्रशासन का यह निर्णय बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को देखते हुए बेहद अहम है। लगातार बारिश और भीषण गर्मी से न सिर्फ बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है, बल्कि उनके स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ सकता है। स्कूल जाने के रास्तों में पानी भरने से भी बच्चों के फिसलने या चोटिल होने की आशंका रहती है, इसलिए स्कूलों को बंद रखना बच्चों के लिए राहत की बात है।
अभिभावकों से प्रशासन की अपील
जिलों के डीएम और शिक्षा विभाग ने छात्रों के अभिभावकों से अपील की है कि वे बच्चों को बारिश के दौरान अनावश्यक रूप से बाहर ना जाने दें। जलभराव और कीचड़ की वजह से हादसों का खतरा बढ़ सकता है। छुट्टियों के दौरान बच्चों को घर में ही बैठ कर पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करें। बच्चों को स्कूल भेजने से पहले ये अवश्य पता करें कि स्कूल खुलेगा या नहीं।

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