31 जनवरी को सभी स्कूल-कॉलेज रहेंगे बंद, शिक्षा विभाग का नया आदेश जारी School Holiday

School Holiday: प्रयागराज महाकुंभ मेले के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु रामलला के दर्शन करने के लिए रामनगरी अयोध्या पहुंच रहे हैं, जिससे शहर में जबरदस्त भीड़ उमड़ रही है। मौनी अमावस्या और बसंत पंचमी के पावन स्नान के बाद लाखों श्रद्धालुओं के अयोध्या आने संभावना को देखते हुए प्रशासन ने अयोध्या धाम और उसके आसपास के क्षेत्रों में 31 जनवरी को सभी स्कूल-कॉलेजों को बंद रखने का निर्णय लिया गया है।

अयोध्या के सभी स्कूल-कॉलेज 31 जनवरी से रहेंगे बंद

रामनगरी अयोध्या में महाकुंभ के कारण लगातार बढ़ती भीड़ और सुरक्षा कारणों को ध्यान में रखते हुए जिला मजिस्ट्रेट चंद्र विजय सिंह ने 31 जनवरी से 5 फरवरी तक कक्षा 12 तक के सभी स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टी रखने का आदेश जारी किया है। प्रशासन के अनुसार अयोध्या धाम और पूरे ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले सभी स्कूल कॉलेज पर ये आदेश लागू होगा।

स्कूलों के लिए सख्त निर्देश

शहर में श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रशासन ने स्कूल संचालकों के लिए कड़े निर्देश जारी किए हैं। यदि कोई स्कूल तय छुट्टी के दौरान खुला पाया जाता है, तो उसके के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इतना ही नहीं, अगर किसी स्कूल वाहन को सड़क पर चलते हुए पाया गया, तो उसे पुलिस द्वारा सीज कर लिया जाएगा।

छात्रों और अभिभावकों को राहत

अयोध्या में घोषित इस अवकाश से छात्रों और अभिभावकों को राहत मिलेगी। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के चलते छात्रों को स्कूल भेजना पेरेंट्स के लिए चिंता का विषय बन गया था। छुट्टियां मिलने से अब छात्र घर में सुरक्षित रहकर ही पढ़ाई जारी रख पाएंगे। अभिभावक भी इस दौरान अपने बच्चों के साथ गुणवत्तापूर्ण समय बिता सकेंगे, जिससे उनका मानसिक विकास भी होगा।

पढ़ाई पर पड़ेगा असर

पहले शीतकालीन अवकाश और अब फिर से लंबी छुट्टियों के कारण छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो सकती है, विशेष रूप से उनकी जो बोर्ड एग्जाम्स की तैयारी कर रहे हैं। ऐसे में स्कूलों को ऑनलाइन क्लासेज के माध्यम से पढ़ाई जारी रखने की निर्देश दिए गए है। शिक्षकों को भी छात्रों के संपर्क में रहकर उन्हें पढ़ाई के प्रति प्रेरित करने की जिम्मेदारी दी गई हैं।

छुट्टियों में बच्चे क्या कर सकते हैं?

  • पढ़ाई पर ध्यान: बोर्ड परीक्षाएं आने वाली हैं इसलिए छात्र अपनी कमजोरियों पर काम कर करके एग्जाम में अच्छे अंक प्राप्त कर सकते हैं।
  • नई स्किल सीखना: छुट्टियां का समय सिर्फ खेल-कूद में बिताने के लिए नहीं होता, बल्कि इस दौरान विद्यार्थी ड्राइंग, म्यूजिक या डांसिंग जैसी बहुत सी स्किल्स भी सीख सकते हैं।
  • संस्कृति से जुड़ने का मौका: महाकुंभ जैसे धार्मिक आयोजनों में भाग लेकर छात्र अपनी आध्यात्मिक समझ बढ़ा सकते हैं।
  • परिवार के साथ समय बिताना: छुट्टियों के दिनों में परिवार के साथ समय बिताने अच्छा मौका हैं। फैमिली ट्रिप पर भी जा सकते है।

रामलला दर्शन के लिए उमड़ा जनसैलाब

महाकुंभ में मौनी अमावस्या और बसंत पंचमी स्नान के बाद लाखों श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं। आम दिनों में जहां डेढ़ से दो लाख भक्त रामलला के दर्शन करने आते हैं, वहीं इन दिनों यह संख्या कई गुना बढ़ गई है। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने बैरिकेडिंग और प्रमुख मार्गों पर अतिरिक्त पुलिस बल को तैनात किया हैं ताकि श्रद्धालुओं को सुरक्षा मुहैया कराई जा सके।

महाकुंभ 2025 का ऐतिहासिक महत्व

हर 12 वर्षों में आयोजित होने वाला कुंभ मेला इस बार और भी खास है, क्योंकि यह महाकुंभ हैं जिसका आयोजन 144 सालो के अंतराल में होता है। सनातन धर्म में महाकुंभ का विशेष महत्व होता है, इस समय श्रद्धालु पवित्र नदियों में स्नान और धार्मिक अनुष्ठान करके आत्मा की शुद्धि और मोक्ष की प्राप्ति कमाना करते है।

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