School Holidays: मौनी अमावस्या का स्नान पर्व इस साल 28 से 30 जनवरी के बीच मनाया जाएगा। देशभर के करोड़ों श्रद्धालु इन दिनों गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर पवित्र स्नान करेंगे। श्रद्धालुओं के आवागमन से प्रयागराज शहर में भीड़ बढ़ रही हैं जिससे छात्रों का स्कूल जाना मुश्किल हो गया है। इसी वजह से जिलाधिकारी ने स्नान पर्व के दौरान कक्षा 1 से 8 तक के सभी स्कूलों में तीन दिनों का अवकाश घोषित किया है।
कक्षा 1 से 8 तक के स्कूलों में छुट्टी घोषित
प्रयागराज में लगातार बढ़ रही भीड़ को देखते हुए जिलाधिकारी ने 30 जनवरी तक कक्षा 1 से 8वीं तक के सभी स्कूलों को बंद रखने का निर्देश दिया है। यह आदेश CBSE, ICSE, राज्य बोर्ड और सहायता प्राप्त सभी विद्यालयों पर लागू होगा। छुट्टी के दौरान छात्रों को मौनी अमावस्या के धार्मिक आयोजन में भाग लेने और इसके महत्व को समझने का मौका भी मिलेगा।
स्कूलों में छुट्टी के आदेश की वजह
जिलाधिकारी ने कहा कि यह अवकाश विशेष रूप से छात्रों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के दिया गया है। प्रयागराज में हर साल मौनी अमावस्या के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। छुट्टी होने से बच्चों और शिक्षकों को पर्व के दौरान यात्रा में किसी असुविधा का सामना न करना पड़े, इसका ध्यान रखा गया है।
ऑनलाइन कक्षाएं जारी रहेंगी
स्कूलों में छुट्टी के बावजूद, छात्रों की पढ़ाई बाधित न हो, इसके लिए ऑनलाइन कक्षाएं जारी रखने के निर्देश दिया गया हैं। जहां बोर्ड परीक्षाएं या प्रैक्टिकल एग्जाम हैं, वे अपने तय समय पर आयोजित किए जाएंगे। बच्चो को भी घर में ही रहकर अपनी पढ़ाई को जारी रखने की सलाह दी गई हैं।
छात्रों और अभिभावकों की प्रतिक्रिया
जिलाधिकारी के इस निर्णय का छात्रों और अभिभावकों ने खुशी के साथ स्वागत किया है। मौनी अमावस्या का पर्व के चलते प्रयागराज में बढ़ रही श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण स्कूल बंद होने से बच्चों को घर पर सुरक्षित रहने और पर्व का आनंद लेने का अवसर मिलेगा।
मौनी अमावस्या का धार्मिक महत्व
मौनी अमावस्या हिंदू धर्म में एक पवित्र पर्व है। इस दिन श्रद्धालु गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में स्नान करते हैं। मान्यता है कि इस दिन स्नान करने से पापों का नाश होता है और पुण्य की प्राप्ति होती है। इस दिन का खासतौर पर प्रयागराज में विशेष महत्व है, जहां कुंभ मेला और अन्य धार्मिक अनुष्ठान आयोजित होते हैं। इस साल 29 जनवरी को मौनी अमावस्या का प्रयागराज में मुख्य स्नान होगा।
क्यों खास है मौनी अमावस्या का स्नान?
मौनी अमावस्या का स्नान हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र और महत्वपूर्ण माना जाता है। यह दिन विशेष रूप से तप, साधना और मौन रहकर आत्मशुद्धि के लिए समर्पित होता है। कुंभ और महाकुंभ जैसे आयोजनों के दौरान इसका महत्व और भी बढ़ जाता है, क्योंकि लाखों-करोड़ों श्रद्धालु संगम में स्नान कर मोक्ष की प्राप्ति की कामना करते हैं।
छात्रों और श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर बल
प्रयागराज प्रशासन ने स्नान पर्व के दौरान बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए छुट्टी के आदेश दिए है। वहीं यातायात को व्यवस्थित रखने के लिए ट्रैफिक पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों को प्रमुख स्थानों पर तैनात किया गया है। स्नान घाटों के पास श्रद्धालुओं की सुरक्षा का विशेष रूप से ध्यान रखा जाएगा, निगरानी के लिए कैमरों की व्यवस्था की गई है।