School Holiday: राजस्थान और उत्तर प्रदेश के छात्रों और शिक्षकों के लिए बड़ी राहत की खबर आई है। महाकुंभ और बसंत पंचमी के चलते उत्तरप्रदेश के कई जिलों में मंगलवार को स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई हैं। वहीं दूसरी तरफ राजस्थान में शिक्षा निदेशक ने लोक देवता भगवान देवनारायण की जयंती पर सभी सरकारी और निजी स्कूलों में 4 फरवरी को अवकाश घोषित कर दिया गया है।
4 फरवरी को सभी स्कूलों में छुट्टी रहेगी
राजस्थान सरकार ने भगवान विष्णु के अवतार माने जाने वाले लोक देवता भगवान देवनारायण की जयंती के अवसर पर 4 फरवरी को सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को बंद रखने का आदेश जारी किया है। राजस्थान बोर्ड ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट के माध्यम से इस छुट्टी की घोषणा है। सभी स्कूलों को इस आदेश का पालन करना अनिवार्य होगा।
चित्रकूट में 4 फरवरी को अवकाश घोषित
चित्रकूट में महाकुंभ और बसंत पंचमी के कारण श्रद्धालुओं का आवागमन बढ़ गया हैं, इसे ध्यान में रखते हुए डीएम शिवशरण अप्पा ने कक्षा 1 से लेकर 12वीं तक के सभी स्कूलों के साथ-साथ सभी कॉलेजों को भी 4 फरवरी तक बंद रखने का आदेश दिया है। यह आदेश सरकारी और प्राइवेट दोनों प्रकार के शैक्षणिक संस्थानों पर लागू होगा। अगर कोई स्कूल आदेश की पालना नहीं करता हैं तो उसपे प्रशासन द्वारा सख्त कार्रवाई की जाएगी।
भगवान देवनारायण कौन थे?
भगवान देवनारायण को लोग भगवान विष्णु का अवतार मानते है। राजस्थान और उत्तर भारत में इन्हें लोक देवता के रूप में पूजा जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, उनका जन्म राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के मालासेरी गांव में राजा सवाई भोज के घर हुआ था। गुर्जर समाज हर साल माघ मास की शुक्ल पक्ष की सप्तमी को उनकी जयंती बड़े हर्षोल्लास के मानता है।
प्रयागराज में 5 फरवरी तक स्कूल रहेंगे बंद
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ 2025 का आयोजन जोरों शोरों से चल रहा है। कोरोड़ो श्रद्धालु संगम पर अमृत स्नान करने आ रहे हैं, जिससे बच्चो का स्कूल जाना मुश्किल हो गया हैं, इसी वजह से प्रशासन ने कक्षा 1 से 8 तक के सभी सरकारी और निजी स्कूलों को 5 फरवरी तक बंद रखने का फैसला लिया है। इसी तरह प्रतापगढ़ जिले में भी स्कूलों को 5 फरवरी तक बंद कर दिया गया है।
अयोध्या और अन्य जिलों के स्कूलों में भी छुट्टी
महाकुंभ में स्नान करने के बाद श्रद्धालु काशी विश्वनाथ मंदिर और रामलला के दर्शन के लिए वाराणसी और अयोध्या जा रहे हैं। जिसकी वजह से इन शहरों में श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। भीड़ को नियंत्रित करने और सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन ने 12वीं तक के सभी स्कूलों को 5 फरवरी तक बंद रखने का निर्णय लिया है।
स्कूल बंद होने से पढ़ाई पर पड़ेगा असर
लगातार कई दिनों तक स्कूल बंद रहने से छात्रों की पढ़ाई पर बुरा असर पड़ेगा, जिससे सिलेबस पूरा करने में देरी हो सकती है। हालांकि, प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि छुट्टियों के बाद शिक्षण की गति तेज की जाएगी, ताकि छात्र पीछे न रह जाए। कई स्कूलों में ऑनलाइन क्लास चलाकर भी छात्रों को पढ़ाया जा रहा हैं। शिक्षकों को भी यह जिम्मेदारी दी गई है कि वे छात्रों को हरसंभव मदद करें।