4 जुलाई को इन राज्यों की स्कूलों में छुट्टी घोषित, भारी बारिश के चलते लिया गया फैसला 4 July School Holiday

4 July School Holiday: जुलाई का महीना शुरू होते ही देश के कई हिस्सों में मानसून ने जोर पकड़ लिया है। भारी बारिश और मौसम विभाग द्वारा लगातार दी जारी चेतावनियों को देखते हुए 4 जुलाई को कई राज्यों की स्कूलों में छुट्टी रखने का फैसला लिया गया है। प्रशासन ने आदेश जारी करते हुए बताया हैं कि बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य से कोई समझौता नहीं किया जाएगा, इसीलिए भारी वर्षा वाले क्षेत्रों में स्कूलों की छुट्टियां घोषित की गई हैं।

4 जुलाई को बंद रहेंगे सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल

उत्तर प्रदेश के कई जिलों में लगातार तेज बारिश हो रही हैं, जिससे शहरों में जलभराव, सड़कें क्षतिग्रस्त जैसी समस्या उत्पन्न हो रही हैं। इस वजह से आम जनता के साथ साथ छात्रों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया। इसलिए छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने एहतियातन आदेश जारी करते हुए कहा कि 4 जुलाई से 6 जुलाई तक गोरखपुर जिले के सभी कक्षा 1 से 8 तक के स्कूल बंद रहेंगे।

उत्तराखंड में 4 जुलाई को छुट्टी रहेगी

उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में भी मानसून का कहर देखने को मिल रहा है। लगातार हो रही बारिश के कारण नदी-नालों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा हैं, जिससे ग्रामीण इलाकों के बच्चों का स्कूल पहुंचना असंभव सा हो गया है। कई बच्चे ऐसे भी हैं जिन्हें स्कूल जाने के लिए नदी नालों को पार भी करना पड़ता है। छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सरकार ने आदेश दिया हैं कि नदी नालों के पास स्थित सभी स्कूल 4 जुलाई को बंद रखे जाएं।

जम्मू-कश्मीर के स्कूलों में 7 जुलाई तक छुट्टियां

जहां एक ओर देश के ज्यादातर हिस्से भारी बारिश से प्रभावित हैं, वहीं जम्मू-कश्मीर में इस साल भीषण गर्मी पड़ रहीहैं। लगातार बढ़ते तापमान के कारण बच्चों के स्वास्थ्य पर भी असर हो सकता हैं, इसी बात को ध्यान में रखते हुए जम्मू-कश्मीर के स्कूल शिक्षा विभाग ने 7 जुलाई तक सभी सरकारी और मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों में अवकाश घोषित किया है।

हिमाचल प्रदेश में भी बंद होंगे स्कूल

हिमाचल प्रदेश में भी मानसून अपना कहर बरसा रहा है और कई इलाकों में भारी वर्षा के कारण जलभराव और भूस्खलन जैसी समस्या उत्पन्न हो गई है। उपायुक्त शिमला ने कहा कि अभी तक सभी स्कूल खुले रहेंगे, लेकिन अगर मौसम के हालात बिगड़ने या किसी आपदा की आशंका होने पर स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को तत्काल प्रभाव से बंद करने का आदेश जारी कर सकते हैं।

भारी बारिश में क्यों जरूरी हैं स्कूलों की छुट्टी

बरसात के मौसम में जलभराव, टूटे रास्ते और भूस्खलन जैसी समस्याओं के चलते स्कूल जाने वाले बच्चों को सबसे ज्यादा खतरा होता है। खासकर छोटे बच्चों के लिए स्कूल पहुंचना जोखिम भरा साबित हो सकता है क्योंकि छोटे बड़े गड्ढे पानी भरने के बाद दिखाई नहीं देते हैं, जिसकी वजह से बच्चों को चोट लग सकती हैं। इसलिए प्रशासन के इस फैसले की अभिभावकों ने भी सराहना की है और कहा है कि बच्चों की जान से बड़ा कुछ नहीं हो सकता।

मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

भारतीय मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान और आसपास के कई राज्यों में अगले 3 से 4 दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी की है। इससे नदियों और बरसाती नालों में जलस्तर और बढ़ने की आशंका जताई गई है। प्रशासन ने लोगों से घरों में रहने की अपील करते हुए कहा हैं की जरूरत पड़ने ही बाहर निकलें और सरकारी निर्देशों का पालन करें।

अभिभावकों की भी जिम्मेदारी

बारिश के मौसम में सिर्फ प्रशासन या स्कूल ही नहीं, बल्क अभिभावकों की भी जिम्मेदारी बढ़ जाती है। छुट्टी के दिन बच्चों को भीगने से बचाएं, उन्हें मौसम के अनुसार कपड़े पहनाएं और जबरदस्ती पानी भरी गलियों या कच्चे रास्तों पर स्कूल भेजने से बचें। यदि किसी इलाके में खतरा ज्यादा है, तो खुद साथ जाकर बच्चों को स्कूल तक पहुंचाएं।

हालात सुधरे तो जल्द खुलेंगे स्कूल

अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया है कि अगर मौसम में सुधार होता है तो सभी स्कूल जल्द ही दोबारा खोल दिए जाएंगे। लेकिन तब तक बच्चों की सुरक्षा को ही प्राथमिकता दी जाएगी। अगर इसी तरह लगातार बारिश होती हैं तो छुट्टियों को आगे भी बढ़ाया जा सकता है। जब तक हालात ठीक न हो जाए तब तक बच्चों को स्कूल भेजने का खतरा नहीं लिया जाएगा।

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