Indian Railways: यूनियन बजट 2025 में वरिष्ठ नागरिकों की नजरें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के ऐलानों पर टिकी हैं। अनुमान है कि इस बार बुजुर्ग यात्रियों की ट्रेन यात्रा पर फिर से 50% डिस्काउंट की घोषणा हो सकती है। एक समय था जब बुजुर्ग यात्रियों को ट्रेन यात्रा के दौरान विशेष छूट मिलती थी, जिससे वे आसानी से सफर कर सकते थे।
मार्च 2020 में खत्म कर दिया स्पेशल डिस्काउंट
मार्च 2020 में कोविड महामारी के कारण सीनियर सिटीजंस को दी जाने वाली ट्रेन टिकट छूट बंद कर दी गई थी। तब से, वरिष्ठ नागरिकों को टिकट की पूरी कीमत चुकानी पड़ रही है। सरकार का यह कदम उस समय की परिस्थितियों को देखते हुए लिया गया था, हालांकि, सीनियर सिटीजंस के कई संगठनों ने लगातार यह मांग की है कि रेलवे टिकटों पर छूट को फिर से शुरू किया जाए।
पहले मिलता था 50% डिस्काउंट
महामारी से पहले, रेलवे सीनियर सिटीजंस को काफी डिस्काउंट देता था। महिलाओं को ट्रेन टिकट पर 50% छूट मिलती थी, जबकि पुरुषों और ट्रांसजेंडर यात्रियों को 40% तक की छूट दी जाती थी। लेकिन मार्च 2020 में लॉकडाउन लागू होने के बाद यह सुविधा पूरी तरह से समाप्त कर दी गई। इसके बाद से बुजुर्गों को भी आम यात्रियों की तरह पूरा किराया देना पड़ रहा है।
बुजुर्गों को रेलवे देता हैं खास सुविधाएं
हालांकि, ट्रेन यात्रा के दौरान सीनियर सिटीजंस को कुछ विशेष सुविधाएं अभी भी दी जाती हैं। यदि किसी वरिष्ठ नागरिक को टिकट बुकिंग के दौरान लोअर बर्थ नहीं मिलती, तो ट्रेन चलने के बाद वे खाली लोअर बर्थ के लिए टीटीई से अनुरोध कर सकते हैं। रेलवे के नियमों के तहत, खाली लोअर बर्थ सीनियर सिटीजंस को प्राथमिकता के आधार पर दी जाती है।
स्लीपर और एसी कोच में आरक्षित बर्थ
भारतीय रेलवे ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए स्लीपर और एसी कोचों में कुछ बर्थ आरक्षित की हैं। स्लीपर कोच में छह लोअर बर्थ, जबकि एसी 2 टियर और एसी 3 टियर कोच में तीन-तीन लोअर बर्थ आरक्षित रहती हैं। हालांकि, ये बर्थ 45 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं और गर्भवती यात्रियों को भी मिल सकती हैं।
संसद में रेल मंत्री ने दिया जवाब
पिछले साल रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस मुद्दे पर कहा था कि रेलवे पहले ही यात्रियों को 55% तक की सब्सिडी दे रहा है। रेलवे से जुड़े सूत्रों का मानना है कि इस छूट को बंद करने के बाद रेलवे की आय में सुधार हुआ है, जो इस निर्णय को पलटने की संभावनाओं को कमजोर करता है।
क्या सरकार सुन पाएगी बुजुर्गों की आवाज?
सीनियर सिटीजंस को ट्रेन टिकटों पर छूट फिर से शुरू करने की उम्मीदें इस बार काफी ज्यादा हैं। इस कदम से न केवल उनकी आर्थिक स्थिति पर सकारात्मक असर पड़ेगा, बल्कि उनकी यात्रा भी पहले से ज्यादा सुगम हो सकेगी। अब यह देखना होगा कि 1 फरवरी को वित्त मंत्री इस दिशा में कोई ठोस घोषणा करती हैं या नहीं।