July School Holidays 2025: जुलाई की शुरुआत के साथ ही बच्चों और पैरेंट्स के चेहरे पर मुस्कान लौटने वाली है, क्योंकि इस महीने रविवार, मोहर्रम, गुरु पूर्णिमा और दूसरे शनिवार समेत कई छुट्टियां पड़ रही हैं। ऊपर से बारिश के कारण रेनी डे भी तय माने जा रहे हैं, जिससे जुलाई 2025 में बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ खूब आराम और मस्ती का मौका मिलेगा। आइए जानते हैं जुलाई 2025 में कब और कितनी छुट्टियां मिलेंगी।
July School Holidays 2025
साल 2025 का सातवां महीना जुलाई दस्तक दे चुका है और इसी के साथ बच्चों की स्कूल लाइफ भी दोबारा रफ्तार पकड़ रही है। मई-जून की गर्मी की छुट्टियों में जमकर मस्ती करने के बाद बच्चों के लिए जुलाई में फिर से क्लासरूम में लौटना थोड़ा मुश्किल लगता है। ऊपर से जुलाई में बाकी महीनों के मुकाबले छुट्टियां भी कम होती हैं। हालांकि इस बार जुलाई महीने में भी ढेरों छुट्टियां मिलने वाली हैं।
जुलाई में चार रविवार की छुट्टियां
जुलाई 2025 में बच्चों को राहत देने वाली सबसे पक्की छुट्टियां रविवार की रहेंगी। इस महीने कुल चार रविवार (6, 13, 20 और 27 जुलाई) पड़ रहे हैं, जो पूरे भारत के स्कूलों में अनिवार्य अवकाश होते हैं। यानी जुलाई में बच्चों को कम से कम चार दिन तो बिना किसी चिंता के खेलने-कूदने और आराम करने का मौका मिलेगा। इसलिए जुलाई के इन चार संडे को बच्चे और पैरेंट्स पहले से अपनी मर्जी के हिसाब से प्लान कर सकते हैं।
6 या 7 जुलाई 2025 को स्कूल की छुट्टी (मोहर्रम)
मोहर्रम मुस्लिम समुदाय का अहम महीना है और इसका दसवां दिन ‘आशूरा’ के तौर पर मनाया जाता है। इस साल मोहर्रम की छुट्टी 6 या 7 जुलाई को पड़ सकती है, जो चांद दिखाई देने पर तय होगी। अगर 7 जुलाई को मोहर्रम पड़ता है, तो सोमवार को छुट्टी रहेगी। उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली, झारखंड और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में इस मौके पर स्कूल, कॉलेज और दफ्तर बंद रहेंगे।
10 जुलाई 2025 को छुट्टी (गुरु पूर्णिमा)
गुरु पूर्णिमा भी जुलाई महीने का बड़ा पर्व माना जाता है, खासकर हिंदू, जैन और बौद्ध समुदाय में। यह दिन गुरुओं के सम्मान में मनाया जाता है। हालांकि यह कोई राष्ट्रीय अवकाश नहीं है, फिर भी कई राज्यों — जैसे महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात, उत्तराखंड आदि — के स्कूलों में इस दिन छुट्टी दी जाती है या शिक्षकों के सम्मान में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
12 जुलाई 2025 को छुट्टी (दूसरा शनिवार)
उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा समेत कई राज्यों में महीने का दूसरा शनिवार स्कूलों में साप्ताहिक अवकाश के तौर पर मनाया जाता है। इस बार दूसरा शनिवार 12 जुलाई को पड़ेगा। हालांकि कुछ प्राइवेट स्कूल इस नियम को फॉलो नहीं करते, या हर शनिवार की छुट्टी रखते हैं, इसलिए छात्रों और पैरंट्स को स्कूल की छुट्टी पहले से कन्फर्म कर लेनी चाहिए।
मॉनसून और मौसम आधारित छुट्टियां
जुलाई में सबसे ज्यादा असर मौसम का ही देखा जाता है। मानसून की वजह से कई राज्यों में भारी बारिश के चलते स्कूलों में अचानक छुट्टी घोषित की जा सकती है। खासकर केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र जैसे राज्यों में जुलाई में तेज बारिश की वजह से कुछ दिनों के लिए स्कूल बंद रहते है। वहीं अगर राजस्थान, उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में गर्मी या हीटवेव ज्यादा बढ़ती हैं तो छुट्टी कर दी जाएगी।
हिमाचल प्रदेश में मॉनसून ब्रेक
पहाड़ों में भी जुलाई में छुट्टियों की तस्वीर थोड़ी अलग रहती है। हिमाचल प्रदेश के कुछ इलाकों — जैसे कुल्लू, मंडी आदि — में जुलाई के तीसरे हफ्ते में मॉनसून ब्रेक की शुरुआत हो सकती है। अनुमान है कि 20 जुलाई के बाद वहां के स्कूलों में मॉनसून अवकाश लागू कर दिया जाएगा, ताकि भारी बारिश के दौरान बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
हर राज्य का अलग हॉलिडे कैलेंडर
नहीं, पूरे देश में एक जैसा हॉलिडे पैटर्न लागू नहीं होता। हर राज्य, हर बोर्ड (जैसे CBSE, ICSE या स्टेट बोर्ड), और यहां तक कि हर स्कूल भी अपने हिसाब से छुट्टियां तय करता है। राष्ट्रीय पर्व और रविवार जैसी छुट्टियां तो लगभग सभी जगह समान रहती हैं, लेकिन बाकी की छुट्टियां स्थानीय हालात और त्योहारों पर निर्भर करती हैं।
बच्चों और पैरंट्स को क्या करना चाहिए?
सबसे अच्छा तरीका यह रहेगा कि बच्चे और अभिभावक समय समय पर स्कूल और बोर्ड की ओर से जारी आधिकारिक नोटिस या अपडेट को चेक करते रहें। मौसम के मिजाज को देखते हुए अचानक छुट्टी की संभावना रहती है, इसलिए बच्चे भी तैयार रहें। जुलाई में पढ़ाई की रफ्तार फिर से तेज हो जाती है, इसलिए पैरंट्स बच्चों का रूटीन धीरे-धीरे स्कूल मोड में शिफ्ट कराएं ताकि वापसी आसान हो सके।

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