Operation Sindoor: भारत ने आतंक के खिलाफ एक निर्णायक और साहसी कदम उठाते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और PoK में मौजूद आतंकवादी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की है। इस विशेष सैन्य कार्रवाई में भारतीय वायुसेना ने कुल 9 लोकेशन को निशाना बनाया और आतंकी अड्डों को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया।
यह स्ट्राइक उस निर्दयी आतंकी हमले के बाद हुई जिसमें पहलगाम के बैसरन घाटी में आतंकियों ने घात लगाकर हमला किया था, जिसमें 26 निर्दोष पर्यटक मारे गए थे। इस हमले के बाद पूरे देश में गुस्से की लहर दौड़ गई थी, और भारत सरकार ने स्पष्ट कर दिया था कि अब जवाब सख्त और निर्णायक होगा।
‘ऑपरेशन सिंदूर’: सटीक और संकल्पित जवाब
भारत ने पहलगाम आतंकी हमले का जवाब देने के लिए जो ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया, वह पूरी तरह से रणनीतिक, गोपनीय और सर्जिकल प्रकृति का था। भारतीय वायु सेना ने उच्च तकनीक से लैस विमानों और मिसाइलों के माध्यम से PoK और पाकिस्तान के भीतर आतंकी अड्डों को टारगेट किया।
सूत्रों की मानें तो इस हमले में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे संगठनों के प्रशिक्षण शिविर, हथियार डिपो और कमांड सेंटर पूरी तरह बर्बाद कर दिए गए हैं।
पहलगाम हमला: एक नृशंस साजिश
जम्मू-कश्मीर के खूबसूरत पर्यटक स्थल पहलगाम की बैसरन घाटी उस समय दहल उठी, जब घात लगाए बैठे आतंकवादियों ने वहां मौजूद पर्यटकों पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। इस हमले में 26 लोगों की जान चली गई, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। यह हमला न सिर्फ मानवता के खिलाफ था, बल्कि भारत की संप्रभुता और आतंरिक सुरक्षा को चुनौती देने की कोशिश भी। हमले के तुरंत बाद भारत सरकार ने कहा था कि इसके पीछे जो भी संगठन और देश हैं, उन्हें इसका अंजाम भुगतना होगा।
भारतीय सेना बनाम पाकिस्तानी सेना: कौन है कितना सक्षम?
इस ऑपरेशन के बाद एक बार फिर यह चर्चा शुरू हो गई है कि भारतीय और पाकिस्तानी सेना की ताकत में क्या अंतर है? आइए नजर डालते हैं दोनों देशों की सेना की तुलना पर:
1. सैन्य बजट और संसाधन
- भारत: भारत का रक्षा बजट 2024-25 में लगभग 73 अरब डॉलर है, जो दुनिया में तीसरे नंबर पर आता है।
- पाकिस्तान: पाकिस्तान का सैन्य बजट मात्र 10 अरब डॉलर के करीब है, जो भारत की तुलना में बेहद कम है।
2. सैनिकों की संख्या
- भारत: भारत के पास लगभग 14 लाख सक्रिय सैनिक और 11 लाख रिजर्व फोर्स है।
- पाकिस्तान: पाकिस्तान के पास करीब 6.5 लाख सक्रिय सैनिक और 5 लाख रिजर्व फोर्स हैं।
3. वायु शक्ति
- भारत: भारतीय वायुसेना के पास सुखोई-30MKI, राफेल, मिराज-2000, तेजस, और मिग-29 जैसे आधुनिक फाइटर जेट्स हैं। भारत के पास लगभग 2100 एयरक्राफ्ट हैं।
- पाकिस्तान: पाकिस्तान के पास JF-17, F-16, और पुराने मिराज फाइटर हैं, जिनकी कुल संख्या लगभग 900 के आस-पास है।
4. मिसाइल प्रणाली
- भारत: भारत के पास अग्नि, प्रथ्वी, ब्रह्मोस जैसी अत्याधुनिक मिसाइलें हैं, जो दुश्मन पर दूर से भी सटीक वार कर सकती हैं।
- पाकिस्तान: पाकिस्तान के पास भी कई मिसाइलें हैं, लेकिन उनकी मारक क्षमता और सटीकता भारत के मुकाबले कम है।
5. समुद्री शक्ति
- भारत: भारतीय नौसेना के पास INS विक्रमादित्य और INS विक्रांत जैसे एयरक्राफ्ट कैरियर हैं, साथ ही अत्याधुनिक पनडुब्बियां और युद्धपोत मौजूद हैं।
- पाकिस्तान: पाकिस्तान की नौसेना छोटी है और भारत के मुकाबले तकनीकी रूप से पिछड़ी हुई मानी जाती है।
भारत का संदेश: आतंक को सहन नहीं किया जाएगा
‘ऑपरेशन सिंदूर’ यह दर्शाता है कि भारत अब आतंकवाद के प्रति “सहिष्णुता नहीं, प्रतिरोध” की नीति पर काम कर रहा है। यह सिर्फ एक जवाबी कार्रवाई नहीं, बल्कि एक चेतावनी है कि अगर भारत पर हमला किया गया, तो उसका जवाब सीमाओं से परे भी दिया जा सकता है।
इस ऑपरेशन ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी यह संदेश दिया है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ एक मजबूत और आत्मनिर्भर राष्ट्र है, जो अपनी सीमाओं और नागरिकों की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ भारत की एक साहसी और निर्णायक कार्रवाई है, जो न केवल आतंक के खिलाफ संदेश देती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि भारत अब सिर्फ प्रतिक्रिया नहीं देता, बल्कि पहलकदमी भी कर सकता है। पाकिस्तान को यह समझ लेना चाहिए कि अगर उसकी जमीन से भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियां होती रहीं, तो भारत हर बार और ज्यादा तीव्रता से जवाब देगा।