Sahara Refund Update: सहारा इंडिया में फंसा पैसा वापस पाने का सपना देख रहे लाखों निवेशकों के लिए बड़ी राहत की खबर आई है। सरकार ने सहारा रिफंड प्रक्रिया में 5 अहम बदलाव लागू किए हैं, जिनसे अब रिफंड जल्दी और आसान तरीके से मिल सकेगा। रिफंड की सीमा बढ़ने से लेकर ऑनलाइन आवेदन और कम दस्तावेजों की जरूरत तक, नए नियम निवेशकों को बड़ी सहूलियत देने जा रहे हैं।
Sahara Refund Update की मुख्य बातें
पॉइंट | विवरण |
---|---|
रिफंड सीमा | अधिकतम ₹50,000 (पहले ₹10,000 थी) |
आवेदन माध्यम | ऑनलाइन (CRCS-Sahara Refund Portal) |
समय सीमा | 45 दिन में रिफंड ट्रांसफर |
सहारा रिफंड क्या है?
सहारा रिफंड उस प्रक्रिया का हिस्सा है जिसके तहत सहारा इंडिया में निवेश करने वाले लोगों को उनकी फंसी हुई रकम लौटाई जाती है। यह रिफंड सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सरकार की निगरानी में चल रही प्रक्रिया के जरिए दिया जा रहा है। पहले कंपनी ने पैसा लौटाने से इनकार कर दिया था, लेकिन अदालत के हस्तक्षेप से अब रिफंड प्रक्रिया शुरू हुई है।
सहारा रिफंड में किए गए 5 बड़े बदलाव
सहारा रिफंड को लेकर सरकार ने पांच बड़े बदलाव लागू किए हैं, जिनसे लाखों निवेशकों की उम्मीदों को नया सहारा मिला है। अब रिफंड की सीमा बढ़ाई गई है, ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया को पहले से आसान कर दिया गया है, जरूरी दस्तावेजों की संख्या घटा दी गई है, तय समयसीमा में भुगतान की गारंटी दी गई है, और मृत निवेशकों के परिवारों के लिए भी रिफंड पाने का रास्ता साफ किया गया है।
1. रिफंड की सीमा बढ़ाई गई
पहले निवेशकों को अधिकतम ₹10,000 तक का ही रिफंड मिल पाता था, लेकिन अब इस सीमा को बढ़ाकर ₹50,000 कर दिया गया है। यह बदलाव सितंबर 2024 से लागू हुआ है। इससे छोटे और मध्यम निवेशकों को बड़ी राहत मिलेगी क्योंकि अब उन्हें एकमुश्त अधिक राशि मिल सकेगी।
2. ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया हुई आसान
सरकार ने निवेशकों की सुविधा के लिए CRCS-Sahara Refund Portal लॉन्च किया है। अब निवेशक घर बैठे अपने मोबाइल या कंप्यूटर से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इससे लंबी लाइनें और दस्तावेज जमा करने की झंझट खत्म हो गई है।
3. दस्तावेजों की संख्या में कमी
पहले रिफंड के लिए कई तरह के दस्तावेज जमा करने पड़ते थे, जिससे प्रक्रिया लंबी हो जाती थी। अब केवल मुख्य दस्तावेजों की जरूरत है:
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड (₹50,000 से ज्यादा रिफंड पर)
- बैंक पासबुक की कॉपी
- निवेश का प्रमाण पत्र
इस बदलाव से आवेदन प्रक्रिया अब ज्यादा सरल और तेज हो गई है।
4. तय समय सीमा में रिफंड
अब सरकार ने रिफंड देने की समय सीमा तय कर दी है। आवेदन करने के 45 दिन के भीतर निवेशकों के खाते में रिफंड की रकम ट्रांसफर कर दी जाएगी। प्रक्रिया के हर चरण की एक तय सीमा है:
- आवेदन जांच: 15 दिन
- दस्तावेज सत्यापन: 15 दिन
- रिफंड ट्रांसफर: 15 दिन
अगर किसी वजह से देरी होती है तो इसकी जानकारी निवेशक को दी जाएगी।
5. मृत निवेशक के परिवार के लिए विशेष व्यवस्था
अगर किसी निवेशक की मृत्यु हो गई है तो उसका परिवार भी रिफंड के लिए आवेदन कर सकता है। इसके लिए उन्हें कुछ अतिरिक्त दस्तावेज देने होंगे:
- मृत्यु प्रमाण पत्र
- वारिस प्रमाण पत्र
- आधार और पैन कार्ड (परिवार के सदस्य का)
इससे मृतक निवेशकों के परिवार को भी उनका हक का पैसा मिलने का रास्ता साफ हो गया है।
सहारा रिफंड के लिए आवेदन कैसे करें?
- सबसे पहले CRCS-Sahara Refund Portal पर जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- आधार और मोबाइल नंबर दर्ज करके लॉगिन करें।
- मांगे गए जरूरी दस्तावेज जैसे आधार, पैन, पासबुक की कॉपी और निवेश प्रमाण अपलोड करें।
- आवेदन फॉर्म में अपनी सभी डिटेल सही-सही भरें।
- फॉर्म सबमिट करने के बाद आपकी जानकारी की जांच होगी।
- अगर कोई गलती होगी तो आपको सूचना दी जाएगी।
- सभी जानकारी सही पाए जाने पर रिफंड की राशि सीधे आपके बैंक खाते में भेज दी जाएगी।
संक्षेप में कहें तो… सहारा इंडिया रिफंड प्रक्रिया में सरकार द्वारा किए गए ये नए बदलाव लाखों निवेशकों के लिए राहत लेकर आए हैं। अगर आपने भी सहारा इंडिया में निवेश किया है तो बिना देर किए इन नए नियमों के तहत अपना आवेदन जरूर करें ताकि आपका पैसा जल्द से जल्द आपको मिल सके।

Ramesh is a seasoned content writer at Gemch, bringing over four years of expertise in crafting impactful content around government schemes, news, and public interest stories. His writing aims to bridge information with awareness, empowering readers with the updates that matter.