School Holiday Extended: झुलसती गर्मी के बीच स्कूली बच्चों के लिए बड़ी राहत की खबर आई है। स्कूली शिक्षा निदेशालय ने 7 जुलाई 2025 तक सभी सरकारी और मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों में गर्मी की छुट्टियों का ऐलान कर दिया है। सभी स्कूलों को सख्ती से निर्देश दिए गए हैं कि इन छुट्टियों के दौरान शिक्षण या किसी भी अकादमिक गतिविधि का आयोजन न किया जाए।
जम्मू-कश्मीर में 7 जुलाई तक गर्मीयों की छुट्टियां
स्कूली शिक्षा निदेशालय कश्मीर ने आधिकारिक तौर पर 23 जून से 7 जुलाई 2025 तक गर्मी की छुट्टियों का ऐलान कर दिया है, जिसके तहत कश्मीर डिवीजन के सभी सरकारी और मान्यता प्राप्त निजी स्कूल पूरी तरह बंद रहेंगे। इस फैसले का मकसद बच्चों की सेहत और सुरक्षा को प्राथमिकता देना है, ताकि वे भीषण गर्मी में किसी तरह की परेशानी से बच सकें।
8 जुलाई से दोबारा खुलेंगे स्कूल
जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि 7 जुलाई तक का अवकाश खत्म होते ही स्कूल 8 जुलाई 2025 से फिर से खोले जाएंगे। किसी भी स्थिति में स्कूलों को छुट्टियों के दौरान स्टाफ मीटिंग या पाठ्यक्रम संबंधी गतिविधियां आयोजित करने की इजाजत नहीं होगी।
आदेश का व्यापक प्रचार
इस फैसले की जानकारी हर छात्र, अभिभावक और स्कूल प्रबंधन तक पहुंचाने के लिए प्रशासन ने पुख्ता कदम उठाए हैं। आदेश की कॉपी जिला उपायुक्तों, संबंधित शिक्षा अधिकारियों, जम्मू-कश्मीर बोर्ड, सूचना निदेशालय, दूरदर्शन, रेडियो कश्मीर और अन्य मीडिया संस्थानों को भेजी गई है ताकि किसी को भी छुट्टियों की जानकारी में कोई भ्रम न रहे। साथ ही मीडिया के जरिए भी आम लोगों को यह सूचना देने का आग्रह किया गया है।
किन स्कूलों में लागू रहेगा आदेश?
यह अवकाश आदेश कश्मीर डिवीजन के अंतर्गत आने वाले सभी सरकारी और मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों पर लागू होगा। इसमें हायर सेकेंडरी स्तर यानी 12वीं तक के सभी स्कूल शामिल हैं। उच्च शिक्षण संस्थानों (कॉलेज, यूनिवर्सिटी आदि) पर यह आदेश लागू नहीं होगा।
बच्चों की सेहत को ध्यान में रखकर फैसला
कश्मीर में इस समय तापमान तेजी से बढ़ रहा है और बच्चों की सेहत को ध्यान में रखते हुए ही यह अवकाश तय किया गया है। शिक्षा निदेशालय के अधिकारियों ने बताया कि हर साल गर्मी के महीनों में छात्रों को राहत देने के लिए स्कूलों में छुट्टियां घोषित की जाती हैं। इस बार भी मौसम के हिसाब से बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि रखते हुए यह कदम उठाया गया है।
कश्मीर में बढ़ता तापमान चिंता का कारण
घाटी में इस समय तापमान पिछले कई दशकों के मुकाबले ज्यादा दर्ज किया गया है। श्रीनगर में हाल ही में दिन का तापमान 35.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो सामान्य से करीब 6 डिग्री ज्यादा रहा। रात का तापमान भी 23.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो 1990 के बाद सबसे गर्म रात मानी जा रही है। इसके अलावा हीट वेव जैसे हालात भी लोगों के लिए परेशानी बन गए हैं। ऐसे में बच्चों को गर्मी से बचाना प्रशासन की प्राथमिकता है।
अभिभावकों के लिए जरूरी सलाह
अभिभावकों को सलाह दी गई है कि वे छुट्टियों के दौरान बच्चों को रचनात्मक गतिविधियों और अभ्यासात्मक पढ़ाई में शामिल रखें ताकि उनका शैक्षणिक जुड़ाव बना रहे। हालांकि इस बार के आदेश में कोई होमवर्क या विशेष शैक्षणिक निर्देश नहीं दिए गए हैं, फिर भी शिक्षा विभाग चाहता है कि बच्चे अपनी पढ़ाई का थोड़ा अभ्यास करते रहें। साथ ही 8 जुलाई को स्कूल दोबारा खुलने से पहले बच्चों की तैयारी पूरी रहे, इस पर भी ध्यान देने को कहा गया है।
शिक्षकों और स्टाफ पर भी लागू होगा आदेश
छुट्टियों का यह आदेश सिर्फ छात्रों पर ही नहीं, बल्कि शिक्षकों और अन्य शिक्षण स्टाफ पर भी लागू रहेगा। उन्हें भी 23 जून से 7 जुलाई तक स्कूल न आने के निर्देश जारी किए गए हैं। शिक्षा निदेशालय ने साफ कहा है कि यदि कोई स्कूल प्रबंधन या कर्मचारी इस आदेश का उल्लंघन करता पाया गया, तो उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग ने भी जारी की एडवाइजरी
गर्म मौसम को देखते हुए स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों को भी जरूरी सलाह दी है। खासकर बुजुर्ग, छोटे बच्चे और पहले से किसी बीमारी से जूझ रहे लोग गर्मी में ज्यादा सतर्क रहें। लोगों से अपील की गई है कि दिन के समय धूप में निकलने से बचें, घर में ठंडक बनाए रखें, पर्याप्त पानी पीते रहें और बाहर जाते समय हल्के कपड़े पहनें ताकि शरीर का तापमान नियंत्रित रहे।
छुट्टियों के आदेश को लेकर कड़ाई
स्कूलों को दो टूक कहा गया है कि 23 जून से 7 जुलाई तक छुट्टियों के आदेश का पालन हर हाल में किया जाए। किसी भी स्थिति में स्कूल में क्लास, मीटिंग या परीक्षा का आयोजन न किया जाए। यह फैसला बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य के मद्देनज़र लिया गया है, जिसका पालन अनिवार्य होगा।
जनता से सहयोग की अपील
प्रशासन ने जनता से भी अपील की है कि वे इस फैसले का सम्मान करें और बच्चों की सेहत को प्राथमिकता दें। साथ ही स्कूल फिर से शुरू होने तक स्थानीय प्रशासन या शिक्षा विभाग की ताजा जानकारी जरूर लेते रहें, ताकि मौसम के बदलाव या किसी आपात स्थिति में तुरंत अपडेट मिल सके।

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