दुनिया का सबसे महंगा एयरपोर्ट, जहां एक केला 565 रुपए का मिलता है Most Expensive Airport

Most Expensive Airport: हवाई यात्रा के शौकीनों को अकसर हवाई किराए से ज्यादा चिंता एयरपोर्ट पर होने वाले खर्चों की होती है। लेकिन अगर आप तुर्किये (पहले तुर्की) के इस्तांबुल एयरपोर्ट पर कदम रखेंगे, तो आपकी जेब पर जितना असर फ्लाइट टिकट ने नहीं डाला होगा, उससे कहीं ज्यादा असर एयरपोर्ट की कीमतों से पड़ सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यहां एक केले के भी 565 रुपए लगते हैं।

खाने-पीने में लग जाते हैं हजारों रुपये

इस्तांबुल एयरपोर्ट पर यदि आप एक केला खाना चाहें, तो उसकी कीमत आपको चौंका देगी — लगभग ₹565! अगर आपने चाय या कॉफी का मूड बनाया, तो तैयार रहिए ₹1000 से ऊपर की कीमत चुकाने के लिए। वहीं, बर्गर जैसी फास्ट फूड चीजें भी आम बजट से बाहर हैं। और अगर किसी ने बियर लेने की सोची, तो उसकी कीमत करीब ₹1700 तक जा सकती है। यानी एक आम भारतीय परिवार अगर यहां कुछ हल्का-फुल्का खाना भी चाहे, तो उसे भी सोच-समझकर खर्च करना पड़ेगा।

लग्ज़री मॉल जैसा अनुभव देता है एयरपोर्ट

इस्तांबुल एयरपोर्ट केवल एक ट्रांजिट हब नहीं, बल्कि यह एक प्रीमियम अनुभव है। यहां मौजूद अंतरराष्ट्रीय लग्जरी ब्रांड्स, हाई-एंड स्टोर्स, विशाल शॉपिंग एरियाज और एक्सक्लूसिव कैफे इस जगह को एक रॉयल टच देते हैं। एयरपोर्ट का डिज़ाइन और फिनिशिंग भी किसी 5-स्टार होटल से कम नहीं लगती। शायद यही कारण है कि यहां कीमतें भी ‘प्रीमियम’ लेवल की हैं, जो आम आदमी के बजट से बहुत ऊपर मानी जाती हैं।

लोग फिर भी क्यों करते हैं खर्च?

सवाल उठता है कि जब कीमतें इतनी अधिक हैं, तो लोग खरीदते क्यों हैं? इसका जवाब है “मजबूरी और अनुभव।” लंबे सफर में यात्रियों को कई घंटे एयरपोर्ट पर बिताने पड़ते हैं और इस दौरान उन्हें पानी, स्नैक्स या कॉफी जैसी जरूरी चीजों की आवश्यकता होती है। ऐसे में विकल्प सीमित होते हैं और लोग मजबूरी में ही सही, पर खर्च कर ही लेते हैं। कुछ यात्री इसे खास अनुभव का हिस्सा मानते हैं और ‘ट्रैवल लग्ज़री’ का मजा लेने के लिए दिल खोलकर खर्च करते हैं।

हर दिन लाखों यात्रियों की आवाजाही

इस्तांबुल एयरपोर्ट न केवल अपनी महंगाई के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यह यात्री संख्या के मामले में भी दुनिया के सबसे व्यस्त एयरपोर्ट्स में से एक है। यहां से रोज़ाना करीब 2 लाख यात्री सफर करते हैं। यूरोप और एशिया को जोड़ने वाला यह एयरपोर्ट ट्रांजिट हब के रूप में एक अहम कड़ी है। दुनियाभर के यात्रियों को यह एयरपोर्ट एक सामरिक और वाणिज्यिक केंद्र के रूप में जोड़ता है।

इस्तांबुल शहर की अनोखी पहचान

इस्तांबुल की खासियत यह है कि यह दुनिया का एकमात्र शहर है जो दो महाद्वीपों — एशिया और यूरोप — में फैला हुआ है। इस भौगोलिक स्थिति ने शहर को एक सांस्कृतिक संगम और पर्यटकों के लिए बेहद आकर्षक बना दिया है। हर साल लाखों सैलानी यहां आते हैं, और इसी वजह से इस्तांबुल एयरपोर्ट पर यात्रियों की भीड़ और सेवाओं की डिमांड हमेशा चरम पर रहती है — जिससे कीमतें भी आसमान छूने लगती हैं।

Leave a Comment